Enter Password - 6 Payal Sakariya દ્વારા પુષ્તક અને વાર્તા PDF

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{ हमने देखा था कि ..... इसी दौरान रोहन सामने देखता है तो वो बस देखते ही रह जाता है । अब आगे .......}

सामने एक छोटी सी लड़की कुछ करतब दिखा रही थी, और उसके साथ आरव भी ! थोड़ी देर बाद वो लड़की और उसके पिता आरव को कुछ पैसे देेेते है , रोहन यह सब कुछ देख रहा था। वह दोनों आरव को ज्यादा पैसे देते हैं , तभी आरव कहता है नहीं मुझे तो बस अपने हक का ही खाना पसंद हैं। तभी रोहन को सिया का ख्याल आ जाता है , वो सोचता है कि क्या आरव सिया का बेटा है ? फिर खुद अपने सिर पर हाथ खुुुजा कर कहता है , में भी ना पता नहीं क्या सोच रहा हूं ऐसा थोड़ी ना हो सकता है ! आज हर मां खुद independent रहती है और अपने बच्चों को यही सिखाते हैं कि , हमारी महेनत का ही हमें खाना चाहिए ।आरव रोहन को देखता है तो दौड़कर उसके पास आता है, तभी रोहन ने उसे उठाकर गाड़ी पर बिठा दिया। और कहता है - Hii Champion - वैसे आप मुझे बताएंगे कि ये सब हो क्या रहा था ...? वो ऐसा है ना कि वो लड़की कितनी देर से करतब दिखा रही थी , कोई वहां नहीं आ रहा था। और उसे पैसे की सख्त जरूरत है, क्यूंकि उसको पापा का ईलाज करवाना है। तो बस मैंने उनकी मदद की । एक पिता के बीना रहना कितना मुश्किल होता है। यह सुनकर रोहन को लगता है शायद उसके पापा ज्यादा तर बाहर ही रहते होंगे , लेकिन वो आरव से कुछ इस बारे में पुछता नहीं है। आरव रोहन का हाथ पकड़ कर घड़ी में समय देखता है , और कहता है , 5.45 आज तो पक्का mom का marathon lecture सुनना पड़ेगा । रोहन हंसता है। आरव कहता है अब मुझे जाना होगा , bye big cat . तभी जय चाय लेकर आता है । रोहन से कहता है वो inquiry के लिए राहुल मिश्रा को बुलाया था, ओफिस से फोन आया था कि वो वहां पर थोड़ी देर में पहूंच जाएंगे ।
इस तरफ राहुल रिया को बताता है कि उसे पूछपरछ के लिए बुलाया गया है। रिया पुछती है पर लेकिन क्यों....? वो गाड़ी मेरी है, जिसमें सिन्हा सर का Accident हुआ । रिया कहती हैं उसके लिए तो तुम एक बार सफाई दे चुके हो । राहुल कहता है , रोहन सर यानिकि तुम्हारे भाई ने मुझे बुलाया है । तो प्लीज़ महेरबानी करके मेरे साथ चलो । रिया कहती हैं पर इससे क्या होगा .... ? राहुल कहता है अरे तुम हो तो मुझे थोड़ी राहत मिलेगी .... You know what I mean ! रिया मान जाती है, और कहती हैं ok..मैं तुम्हारे साथ चल रही हुं । लेकिन रिया ये अच्छी तरह से जानती थी कि रोहन अपने काम में कभी रिश्ते नही देखता , की सामने वाला उसका क्या लगता है । रिया और राहुल intelligence office पहुंचते हैं। वहां जय उसे रोहन के पास ले जाता है। रोहन राहुल को देखते ही कहता है - आईए जनाब बस अब आपकी ही राह थी । रोहन जय को कहता है - इस handsome hero के लिए कुछ भिजवाओ .... और हां...... कुछ ठंडा ..... इनको तो अभी से बहुत पसीना आ रहा है , रुको मैं AC ON करता हूं। रिया कहती हैं भाई आप क्यूं राहुल को डरा रहे हैं , एक तो वह पहले से ही कितना घबराया हुआ है । रोहन रिया की बात पर ध्यान नहीं देते हुए राहुल को पूछता है - तो कहीं ये आप क्या बताना चाहते हैं ....? राहुल कुछ समझ नहीं पाता और ऐसे ही खामोश बैठा हुआ है। रिया कहती हैं भाई आप सीधे- सीधे पूछीऐ ना क्यूं ये उल्टी गिनती करवा रहे हैं । रोहन इस बार जय को आवाज देकर बुलाता है, और कहता है - जय इस मेडम को जरा बाहर लेकर जाओ यहां पे उनसे रहा नहीं जा रहा है। रिया जय के साथ बहार निकल जाती है । राहुल रिया के सामने देखता रहता है । रोहन उसका चहेरा घुमाकर कहता है - बस रोमियो वो चली गई । अब बताओ तुम्हारी गाड़ी , सिन्हा सर के पास कैसे .....? तभी राहुल कहता है - वो में रास्ते पर से जा रहा था तो मैंने देखा कि सिन्हा सर वहां पर खड़े थे । मैंने भी वहां गाड़ी रोककर उनसे पूछा कि - सर क्या बात है आप अकेले यहां पर क्यूं खड़े हैं , और वो भी इतनी रात को..... …? तो सिन्हा सर बताते हैं कि उनकी गाड़ी खराब हो गई है। तो बस वो किसी से help लेने के लिए खड़े थे । तो मैंने कहा आ जाइए में आपको छोड़ देता हूं। रोहन बीच में ही रोक कर कहता है , इस कहानी में मजा नहीं आ रहा है, कोई दुसरी सुनाओ । राहुल कहता है सर यही सच है। रोहन कहता है चलो तुम्हारे पास और कुछ न हो तो यही सुन लेते हैं। राहुल आगे बढ़ते हुए बताया है कि सिन्हा सर गाड़ी में बैठ जाते हैं। मैंने उनको पूछा कि आपको कहा जाना है ....? तो उन्होंने बताया मरीन ड्राइव । मैंने कहा लेकिन मुझे तो बस यहां आगे थोड़ा दूर ही जाना है। सिन्हा सर कहते हैं कि मैं आगे से टेक्सी ले लूंगा। तभी वैसे भी मुझे मेरे दोस्त के साथ रुकना था , तो गाड़ी की मुझे कोई जरूरत नहीं थी। तो मैंने उनसे कहा कि आप मेरी गाड़ी लेकर जा सकते हैं। तो वो मुझे छोड़ कर गाड़ी लेकर चले गए। अब रोहन कहता है story is over ....? चलो। " श्री सत्यनारायण भगवान की जय " । कथा खत्म हुई । रोहन पुछता हैं अब मुझे ये बताओ की हर इंसान अपने बारे में पहले सोचता है तो तुमने नहीं विचार किया कि तुम वापस कैसे आओगे ....? सर लेकिन हम लोग बाद में घुमाकर मेरे घर आने वाले थे । तभी रिया दरवाजा खोलकर अंदर आ गई और देखती है । तभी रोहन कहता है तो बस आज के लिए इतना काफी है अगर जरुरत पड़ी तो वापस बुला लेंगे। पर हां प्लीज़ अगली बार इस मेडम को साथ लेकर मत आना । रोहन कहता है तुमसे मुलाकात तो करनी थी , लेकिन पता नहीं था कि ऐसे हो जाएगी ..। वह दोनों चले जाते हैं ।
इस तरफ आरव अपने collect किये हुए money गिनता है। पैसे लेकर वो दौड़ कर सिया के पास जाकर कहता है , यह लो पैसे और मुझे मेरी favourite painting दो । सिया आरव को पूछती है कि आप को वह का क्या काम है? आरव कहता है मुझे यह मेरे एक दोस्त को गिफ्ट करनी है। सिया वो painting लेने जाती है तो उसे वहां panting नही मिलती है। वो दुबारा सब चेक करती है। लेकिन फिर भी उसे वो painting नही मिलती,।

इस तरफ रोहन को एक फोन आता है। नंबंर देखकर वो दंग रह गयाऔर बोलता है ये मुझे क्यूं फोन कर रही है ...? 🤔