{हमने देखा कि वह दोनों accident हुआ उस जगह पर पहुंच गए थे अब आगे }.........
वहां पहुंचकर रोहन जहां पर गाड़ी खड़ी थी वहां पर खड़ा रहता है और अनुमान लगाते हुए इंस्पेक्टर जय से कहता है, मिस्टर सिन्हा की कार यहां खड़ी थी और पीछे से एक ट्रक आ रहा होगा जैसे ही वो इस पेड के पास पहुंचे होंगे ट्रक ने गाड़ी को धक्का दिया , गाड़ी जोर से टकराने की वजह से सिन्हा सर के सर पर लगने से उनकी मौत हो गई , ताकि देखने वाले को यह एक Accident लगे रोहन थोड़ा हंसकर कहता है , और वो अपने प्लान में सफल हो गए । लेकिन सर आप यह कैसे कह सकते है कि वह ट्रक ही होगा , मतलब कोई कार या कोई दुसरा vehicle भी हो सकता है। रोहन रोड पर नीचे झुककर वहां पड़ी रेत उठाकर कहता है - यह रेत देखो ये यहां पर ऐसे ही तो नहीं आ सकती । अब जय हंसकर कहता है - आप ऐसे ही तो intelligence officer. नहीं बने होंगे। रोहन कहता है अब सवाल है कि कोई सिन्हा सर को क्यूं मारना चाहता होगा ? जय कहता है - सर उससे पहले हमें उस ट्रक के बारे में जानकारी प्राप्त करनी होगी। तुम्हारी बात सही है । तभी रोहन जय से पुछता हैं - जय तुमने कहा ना कि वह गाड़ी सिन्हा सर की अपनी नहीं थी , तो उसका मालिक कौन है ? जय जवाब में कहता है - सर वो गाड़ी किसी रिहुल मिश्रा के नाम पर registered है। रोहन कहता है तो फिर देर किस बात की , बुलाओ उनको दावत पर। वह दोनों वहां से वापस आते हैं और जैसे ही थोड़ा दुर चले रोहन वहां पर एक केमेरा देखता है। वो गाड़ी रोककर उस jewellery shop में जाते हैं। वहां जाकर जय उनसे बात करता है और कहता है उन्हें कल रात की recording देखनी है । वो दोनो विडियो फुटेज देख रहे होते हैं तभी रात के समय एक ट्रक वहां से गुजरा होता है। जय उस ट्रक की नंबर प्लेट पर झूम करने को कहते हुए गाड़ी के नंबर नोट करता है , और पुलिस स्टेशन में फोन करके इस ट्रक के बारे में जांच करने को कहता है _ सामने से वो constable ट्रक के मालिक का नाम बताता है _ तभी रोहन कहता है यह ट्रक करनवीर पाजी का है जय फोन काट कर रोहन से पुछता है - सर आप को कैसे पता ...? जय ट्रक दिखाकर कहता है - यह निशान देख रहे हैं ऐसा निशान उनके सभी ट्रक में बनाया गया है । जय कहता है तो फिर देर किस बात की चलो उनके यहां दावत पर । रोहन हंसकर कहता है .... वाह ! तुम्हारी catchup power ....... दोनों अब करनवीर पाजी के पास जा रहे थे । रोहन कहता है - जय गाड़ी रोको .... जय कहता है अब क्या हुआ सर ? रोहन कहता है बस दो मिनट में अभी आया । रोहन सिया की art gallery पर जा कर रुक गया ..... क्योंकि शोप बंद थी । वह पलभर वहां खड़ा रहता है और फिर जैसे ही वापस जाने के लिए मुड़ता है , उसी समय कोई उसे आवाज दे कर रोकता है । रोहन पीछे मुड़कर देखता है तो एक old lady उसे आवाज देकर रोकती है और उसके पास आकर कहती हैं आपको कुछ खरीदना है ? रोहन कहता है हां...! लेकिन यह ...... तभी वो old lady. कहती हैं ....- सिया °° जिस की यह art gallery है , वह अपने बेटे के साथ स्कूल में गई है ,आज वहा पर पेरेंट्स डे है इसलिए , रोहन यह सुनकर उदास हो जाता है , तभी वो old lady आगे कहती हैं - क्या करें अब वो जाना तो पड़ता हैं उसके बच्चे को लिए अब वही तो मां- बाप दोनों है। रोहन थोड़ा सतर्क होकर पुछता हैं क्यूं ...? वह जवाब देते हुए कहती हैं - उस बच्चे को तो उसने पाला है , बस अब उसको ही जिंदगी मानती है । यह सुनकर रोहन थोड़ा ख़ुश हो जाता है _ थोड़ा नहीं बहुत खुश हो जाता है । क्यूंकि उसे पता चल जाता है कि सिया अभी तक single है। रोहन वो old lady से कहता है कोई बात नहीं मैं थोड़ी देर बाद आऊंगा । रोहन वापस जाकर गाड़ी में बैठते हुए जय से कहता है , चलो । जय देखता है तो रोहन मन में ही हंस रहा था। जय पुछता है सर क्या बात है , अगर कोई चुटकुला याद आया हो तो हमें भी बताइए । रोहन - कुछ नहीं बस ऐसे ही । वह दोनों करनवीर पाजी के यहां पहुंच जाते हैं , जय उनसे पूछताछ करते हुए कहता है , आपकी गाड़ी से एक Accident हुआ है , पाजी कहते हैं - क्या सर कैसा मजाक कर रहे हो ऐसा हो ही नहीं सकता । गाड़ी नंबर - jr o5 1234 से एक Accident हुआ है । और आप यह कह रहे हैं कि आपको कुछ पता नहीं तो प्लीज़ महेरबानी करके आप बुलाईये अपने वो truck driver को । पाजी कहते हैं लेकिन सर आज तो वह ..... तभी रोहन पाजी की बात काटकर कहता वो तो छुट्टी पर हैं , या उसकी तबीयत खराब है , ये सभी बहाने अब बहुत ही पुराने हो गए हैं और हम सुन- सुनकर थक गए हैं , कुछ नया हो तो बताओ । पाजी कहते हैं ,सर लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि आप जिसकी बात कर रहे हैं वो तो बहुत ही सीधा है , तो मैं कैसे मान सकता हूं कि जिस से अगर एक माखी भी मर जाते तो वो कितनी बाधाएं रखता है तो वह कैसे एक Accident करके किसी की जान ले सकता है। जय कहता है आप बस हमें उसका address. दे दिजिए उसकी मासूमियत का certificate हम खुद लिख लेंगे । जय और रोहन उस ड्राइवर के घर जाते हैं , जय दरवाजा खटखटाता है, अंदर से कोई आवाज नहीं आती है। थोड़ी देर बाद ड्राइवर की पत्नी दरवाजा खोलती है । जय और रोहन अंदर चले जाते हैं तो देखते हैं ड्राइवर किशोर सोया हुआ है , तभी पीछे से किशोर की पत्नी आकर पुछती है - आप कोन है और किसका काम है...? तभी जय कहता है देखो तो सही हमारी नींद हराम हो गई है और यह जनाब दुसरे को चैन की नींद सुला कर आराम से सो रहे हैं। तभी उसकी पत्नी कहती हैं - आप कल रात हुऐ Accident की बात कर रहे हैं । वह कहती हैं वो एक accident था । तभी किशोर उठ गया और कहता है सर में आपका गुनेहगार हुं । रोहन कहता है वो तो हम decide करेंगे आप बस हमारे सवाल के सही सही जवाब दिजिए। जय पुछता है आप को किसने पैसे दिए थे और कितने ? रोहन कहता है पहले हमें कल रात की पुरी बात बताओ , क्या हुआ था कल रात । किशोर शुरुआत करके कहता है - कल रात जब में ट्रक लेकर आ रहा था , तभी कोई दो लोग मुझसे पूछते हैं कि आप highway - 9 की तरफ जा रहे हैं ? तो हमें प्लीज़ लेते जाइए वो क्या है ना रात बहुत हो गई है कोई गाड़ी भी नहीं आ रही है । मैंने उनको बैठने दिया । जैसे ही थोड़ा आगे चले वो दोनो आपस में कुछ बहस करने लगे। मैंने पहले तो कुछ नहीं बोला फिर उनकी बहस में एक का हाथ मुझे से टकराया और गाड़ी रोड के नीचे आ गई , मैंने उनसे कहा कि आप प्लीज़ अपनी बहस बंद किजिए , वो दोनो थोड़ी देर शांत रहे बाद में वापस झगड़ा करने लगे। इस बार थोड़ा आगे चलकर उसका मुझे जोर से धक्का लगा और इससे वह accident हो गया। मैं पहले तो बहुत डर गया , जैसे ही मैं नीचे उतरकर देखने जा रहा था , उनमें से एक बोला चल चल हम जल्द ही यहां से निकल जाते हैं , तो दुसरा कहता है पर हमें उस गाड़ी में जो भी हो उसे अस्पताल ले जाना चाहिए। तभी पहला वाला कहता है नहीं -नहीं हम ऐसा बिल्कुल नहीं करेंगे क्योंकि पुलिस का सबसे पहले शक हम पर ही जाएगा । और वो हमें ही खून के जिम्मेदार समझेंगे। और इसी वजह से सर मैंने किसी को कुछ नहीं बताया , क्योंकि मैं डर गया था । रोहन कहता है जय अब चलो यहां से । जय पहले तो कुछ नहीं समझता पर बाहर जाकर पुछता है- सर आपने उसे क्यूं छोड़ दिया, अगर आप को उसकी बात पर भरोसा है तो आपने उन दोनों के बारे में क्यूं नहीं पूछा ...? अब हम आगे क्या करेंगे ..? रोहन अभी तक चुप था । इस बार वो गाड़ी चलाता है , और जय को उसके सवाल के उतर में कहता है- देखो जय उन्होंने जिस को मारना था वो तो हो गया , और अगर अब हम उनके पीछे - पीछे भागेंगे तो हम उनके प्लान का कुछ पता नहीं कर पाएंगे , सबसे पहले हमें यह जानना है कि उन्होंने सिन्हा सर को क्यूं मारा उससे उनको क्या फायदा हो सकता है । जय कहता है सर आप के दिमाग में क्या चल रहा है मेरी तो कुछ समझ में नहीं आ रहा । रोहन कहता है , लगता है तुम थक गए हो। चलो एक कप चाय पी जाएं । रोहन एक चाय वाले के पास गाड़ी रोकता है, जय दो चाय बनाने को कहता है । रोहन किसी और ही दिशा में इस केस को लेकर जा रहा था । इसी दौरान रोहन सामने देखता है तो वो बस देखते ही रह जाता है ।