सच्चाई फिरोज: मेरे चाचा की मौत की वजह से मेरे बाबा एकदम बौखला गए थे। इसलिए वो गुस्से में सरदार से जघड़ने केलिए यहां चले आए। उनकी जिंदगी की सब से बड़ी और आखिरी गलती यही थी। ***** सुलेमान: ये आपने क्या किया सरदार? आपके बेटे का नाम तो आपने बहुत ही रोशन कर दिया लेकिन मेरे भाई की जान भी आपने ही ली है। आपकी वजह से मेरा भाई मारा गया। रघुराम: अरे नही सुलेमान, मुझसे जितना हुआ मैने किया है। हमारे सभी साथियों में से मैं जितने लोगों को बचा सकता था मैने बचाया है। हां गलतियां हुई