चमत्कार

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? *माँ तो माँ होती है**आज फिर से साहब का दिमाग उचट गया था ऑफिस में! बाहर बारिश हो रही थी,* मन किया कि पास वाले ढाबे पर चलकर कुछ खाया जाए! सो ऑफिस का काम फटाफट निपटा कर पहुँच गए साहब ढाबे में!*रामू दौड़ता हुआ आया, हाथ में पानी का गिलास मेज पर रखते हुए साहब को नमस्ते की और बोला "क्या बात है साहब काफी दिनों बाद आये हैं आज आप ?"*"हाँ रामू , मैं शहर से बाहर गया था!" साहब ने जबाब दिया!"आप बैठो साहब, मैं आपके लिए कुछ खाने को लाता हूँ!"*वो एक साधारण सा ढाबा