Bhagirathsinh Jadeja

Bhagirathsinh Jadeja

@bhagirath.jadejagmail.com5716

(3)

1

1.3k

8.9k

તમારા વિષે

I do engineering for earning, poetry for reliving. मत छेड़ मेरे ख़्वाबों को, ख़्वाबों के जज़्बात होते है। ढलते है वे ग़ज़लों में, शायरों के ये अन्दाज़ होते है।

    કોઈ નવલકથાઓ ઉપલબ્ધ નથી

    કોઈ નવલકથાઓ ઉપલબ્ધ નથી