Kishanlal Sharma ની વાર્તાઓ

गाय--सुरेश की

by किशनलाल शर्मा
  • 402

"मेरी गायसुरेश दहाड़ मारकर रो रहा था।सुरेश का जन्मगांव बसवा के एक कृषक परिवार में हुआ था।उसके दादा परदादा ...

जिंदगी के रंग हजार - 16

by किशनलाल शर्मा
  • 630

कोई न कोई ऐसा ही कारनामा करता रहता था।और अटक लड़ाई मोल लेना उसकी आदत थी।एनानी कि मोहन लाल ...

Autobiography - Forgotten Memories - 8

by किशनलाल शर्मा
  • 414

But I cold not join.. Police verification was necessary before joining the service.Thats why I could not go to ...

बन्धन प्यार का - 32

by किशनलाल शर्मा
  • 726

"सही।कश्मीर चलनाऔऱ वे स्विट्जरलैंड में हनीमून मनाकर वापस लंदन लौट आये थे।वापस उन्हें ड्यूटी पर जाना था।उनकी छुट्टी खत्म ...

बन्धन प्यार का - 31

by किशनलाल शर्मा
  • 687

इसीलिए तो तुम्हें पति चुना हैऔर वे हंसी मजाक करते रहे"न तुम उस दिन मेरे से टकराती न मेरी ...

पति व अन्य लघुकथाएं

by किशनलाल शर्मा
  • 939

रोज वह घर से स्टेशन पैदल जाता था।लेकिन आज उसे घर से निकलने में देर हो गयी थी।इसलिए घर ...

बन्धन प्यार का - 30

by किशनलाल शर्मा
  • 726

"हां।""भारत और पाकिस्तान में तो दुश्मनी है।""वो सब सियासी बाते है।अवाम में कोई दुश्मनी नही है।लोग एक दूसरे देश ...

ड्रीम गर्ल

by किशनलाल शर्मा
  • 912

अर्जुन को रोज रात को सपना आता।हसीन सपना।सपने में उसे एक सुंदर लडक़ी नजर आती।और दिन भर वह सोचता ...

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 15

by किशनलाल शर्मा
  • 708

औरकिसकन्ध्या लौट आये थे।यहाँ पर मधुबन में रुके और हनुमानजी ने मुक्के मारकर रक्षकों को भगा दिया और फल ...

जिंदगी के रंग हजार - 15

by किशनलाल शर्मा
  • 732

बिछुड़े बारी बारीकाफी पुराना गाना है।आपने जरूर सुना होगा।हो सकता है बहुत से कहे नही सुना"जिंदगी है एक सफर ...