एक दशक पहले यूरोप से अफ्रीका जब मेरा आना हुआ तो रुई के फाहे की तरह गिरते बर्फ की ...
कुमुद तीन भाइयों की एकलौती बहन और मैथिली एकलौती संतान अपने माँ बाप की l दोनों ही के कुछ ...
मैं हमेशा की तरह दरवाजे की सीढियों पर बैठी दोनों बेटों को सीने से लगाये अपने भाग्य को कोसते ...
एहसासों का लफ़्ज़ों में ढल के बह जाना महज़ एक इत्फाक़ ही तो है !!
कुछ लम्हे ...कुछ गुफ्तगू ...कुछ हैं इनमे तेरी और मेरी बातें !!
प्यार !! मुझे होने लगा है शब्दों से प्यार तुम करो या न करो मेरा एतबार शब्दों की कलियाँ खिलने लगी हैं देख इसे दिल ...
आप बहुत निष्ठुर हैं’…अवि ने चारू से कहा ……. चारू हैरत भरी निगाहों से अवि का चेहरा देखने लगी ….. ...
कल गुहु का जन्मदिन है... उसने अपने पिता कि शुभकानाओं का इंतज़ार रात के १२ के बाद से ही ...
तुम्हारे गम की डली उठा कर, जुबा पे रख ली है मैंने ! ये कतरा- कतरा पिघल रही है, मै ...
बरामदे में घर की सारी चीज़े बिखरी पड़ी थी ……..जले नए बर्तन, झुलसे महंगे इलेक्ट्रानिक और फर वाले खिलौने, ...