Pyaar se Takraav book and story is written by Deeksha Vohra in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pyaar se Takraav is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
प्यार से टकराव - उपन्यास
Deeksha Vohra
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
एक लड़की ब्लैक हाई हील्स में कोर्ट रूम की तरफ चलती हुई आ रही थी | ओर जो भी उसे देख रहा था , वो सभी उसे बड़ी ही रेस्पेक्ट से गुड मोर्निंग विश कर रहे थे | प्रॉपर फॉर्मल सूट में वो बहुत ही एलिग्नट नज़र आ रही थी |
मेनका राठोर ... मुंबई की सबसे होनहार वकील ... 27 साल की उम्र में जिसने अपने दम पर .. बिना किसी सपोर्ट के वकालत की दुनिया में कमियाबी हासिल की ... पिता के गुज़र जाने के बाद अपने परिवार का ख्याल रखा ... यानि ... एक परफेक्ट बेटी ... बहन ... ओर हाँ ... वकील | जिसकी ख़ूबसूरती का कोई मुकाबला नहीं कर सकता |
सीन 2 ( लॉ कॉलेज ) ( लेक्चर हॉल )
मेनका : स्टूडेंट्स आज के लिए इतना काफी है | हैव अ गुड डे |
ये कहते ही मेनका हॉल से बहार चली जाती है | सभी बच्चे मेनका के पढ़ाने के तरीके से बहुत खुश थे | उन में से एक स्टूडेंट का नाम था , नीतिका कपूर | जो अपने पास बैठी अपनी दोस्त से कहती है ...
प्यार से टकराव एपिसोर्ड 1 ( वो आँखें ) सीन 1 एक लड़की ब्लैक हाई हील्स में कोर्ट रूम की तरफ चलती हुई आ रही थी | ओर जो भी उसे देख रहा था , वो सभी उसे बड़ी ...और पढ़ेरेस्पेक्ट से गुड मोर्निंग विश कर रहे थे | प्रॉपर फॉर्मल सूट में वो बहुत ही एलिग्नट नज़र आ रही थी | मेनका राठोर ... मुंबई की सबसे होनहार वकील ... 27 साल की उम्र में जिसने अपने दम पर .. बिना किसी सपोर्ट के वकालत की दुनिया में कमियाबी हासिल की ... पिता के गुज़र जाने के बाद अपने
एपिसोर्ड 2 ( तो ये तुम हो ....) सीन 1 नीतिका : भाई क्या हुआ ? आप इतने खोए खोए से क्यूँ लग रहे हो ? ( मज़ाक उड़ाते हुए ) क्या आपको मिस राठोर इतनी पसंद आ गई ...और पढ़ेवीर कपूर जो इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट जर्नल है | जिसने 29 साल की उम्र में देश को बहुत बड़े खतरों से बचाया है | छुट्टियों में अपने घर आया था | वो अपने ख्यालों में इतना डूबा हुआ था , की उसे सुनाई ही नहीं दे रहा था की नीतिका उससे क्या कह रही थी | जब नीतिका ने
एपिसोर्ड 3 ( हेल्लो ...... पहचाना ? ) सीन 1 ( मेनका के घर पर ) सुनैना राठोर , मेनका की माँ , किचन में खाना बना रहीं थी | ओर उसका छोटा भाई , साहिल राठोर , टीवी ...और पढ़ेरहा था | साहिल ने जैसे ही देखा की मेनका घर आ गई है | वो जल्दी उसके पास गया ओर खुश होते हुए बोला | साहिल : ये देखो दी ... मैंने कहा था न की मैं अपने दम पर जॉब लूँगा ... मुझे मुंबई के सबसे अच्छे ओर बेस्ट हॉस्पिटल में डॉक्टर की जॉब ऑफर हुई है |
एपिसोर्ड 4 ( गम के आंसू ... ) मेनका आपना कुछ काम कर ही रही थी , की तभी उसे कॉल आता है | कॉल की दूसरी तरफ शक्स की आवाज़ सुन , मेनका को मनो अपने कानो पर ...और पढ़ेनहीं हो रहा था | मेनका : मुझे लगा , की तुम मुझे भूल गए | सीन 1 ( चाय कैफ़े ) रोड साइड विंडो साइड टेबल पर बैठ कर मेनका किसी का बहुत बेसब्री से इंतज़ार कर रही थी | तभी उसे किसी के क़दमों की आवाज़ आती है | जिसे सुन , मेनका ओर ज्यादा बेचैन हो जाती
एपिसोर्ड 5 ( नजरों का टकराना ) वीर ने देख की मेनका के साथ कोई आदमी ब्त्मिज़ी कर रहा था | उसने मेनका की मद्दत करनी चाही | पर वो मेनका से बात कर पता ,,, उससे पहले ही ...और पढ़ेवहां से चली गई | नीतिका ने देखा की वीर ग्रुप से उठ कर कहीं जा रहा था | वो वीर के पीछे गया | ओर उसने देखा की वीर ने किसी आदमी को मुक्का मारा | नीतिका जल्दी से वर के पास गई | ओर उसे रोकने लगी | नीतिका : भाई ... ये .. ये आप क्या कर