आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 3 डॉ. शैलजा श्रीवास्तव द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें फिक्शन कहानी किताबें आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 3 Aathva Vachan - 3 book and story is written by Dr. Shelja in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Aathva Vachan - 3 is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 3 डॉ. शैलजा श्रीवास्तव द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 339 714 "अगर मेरी जगह मेघना और मेघना की जगह मै होता तब भी तुम यही कहती माँ। तब क्या तुम मुझे नहीं मनाती नई जिंदगी की शुरुआत करने के लिए फिर मेघना क्यों नहीं? "अभिषेक बोला तो संगीता ने भरी ...और पढ़ेसे उसकी तरफ देखा।"वह क्यों काटे अपनी जिंदगी दुख के साथ में उसे दुखी नहीं देख सकता और शायद आप भी नहीं देख सकती।" अभिषेक बोला। संगीता की आंखों में रुके आंसू गालों पर फैल गये।"सिर्फ इसलिए उसे दुख और दर्द भरी जिंदगी जीने के लिए मजबूर कर दें क्योंकि वह औरत है आपकी बेटी नहीं आपकी बहू है! अभिषेक कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - 3 आठवां वचन ( एक वादा खुद से) - उपन्यास डॉ. शैलजा श्रीवास्तव द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 2k 5k Free Novels by डॉ. शैलजा श्रीवास्तव अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी