VIJAY KUMAR SHARMA ની વાર્તાઓ

दाम्पत्य

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • 6.2k

दाम्पत्य बात २०१४ के प्रारंभ की है जब नायक की सगाई परिवार जनों की व्यवस्था पद्धति (अरेंज ) से ...

श्री कृष्ण काव्य-कथा - 2

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.4/5)
  • 10k

(श्री कृष्ण काव्य-कथा जन्म-खंड- भाग – १ से क्रमगत ) श्री कृष्ण ऐसा व्यक्तित्व है जिसे जानना और समझना ...

श्री कृष्ण काव्य कथा - 1

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.4/5)
  • 8.3k

श्री कृष्ण ऐसा व्यक्तित्व है जिसे जानना और समझना तो हर कोई चाहता है, पर इतिहास से लेकर आज ...

फिर उठ, निरंतर चल चला चल-२

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.6/5)
  • 8.4k

इस कविता में जीवन में मिलने वाली सफलताओ और असफलताओ की बात करते हुए वैदिक पुरानो के पात्रो की ...

प्रेरक कविताएँ भाग १

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.2/5)
  • 9.2k

जव्लंत सामाजिक परिदर्श्य जागरूकता के लिए छोटा सा प्रयास करके तीन कविताएँ संकलित की गयी है १. दिया और ...

दिया और बाती

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.6/5)
  • 9.3k

रवि के लिए इतना सुनना ही उसकी पीड़ा और बेबसी को तो, समझने के लिए काफी था, अगर नाकाफी ...

विजय पथ के अनुभव

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.4/5)
  • 9.1k

इस काव्य संग्रह में तीन कविताएँ सकलित है , प्रथम काव्य में चिन्ता एवं चिता के वार्ता की कल्पना ...

विजय पथ के अनुभव

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.8/5)
  • 11.8k

प्रथम कविता 1.(गुरमित राम रहीम ,हनीप्रीत ,साध्वी ओर निर्भया का तुलनात्मक कविता) जब देखता हूँ ऐसा, सोचने पर मजबूर ...

फिर उठ, निरंतर चल चला चल

by VIJAY KUMAR SHARMA
  • (4.6/5)
  • 16.9k

इस कविता में जीवन में मिलने वाली सफलता और असफलताओं की बात की गई है! पुराणों के पात्रो की ...