रवि मेरा नाम है और मैं भारतीय सेना के चौथे रेजीमेंट का सिपाही था यहां पर मैं पाठकगण को ...
Part 2आगे....उसकी लाल आंखें थी चेहरा भयानक लग रहा था वह भयानक भयानक आवाज में चिल्ला रही थी मुझे ...
यह घटना उस समय की है जब मैं एक विधार्थी था और आई आई टी कानपूर से इन्जीनियरिंग कर ...
नेहा मेरा नाम है और मैं पिछले कई वर्षों से इस पागल खाने में पड़ी पड़ी सड़ रही हूं ...
मैंने कमरे का दरवाजा खोला और अंदर जाने लगा अंदर बहुत अंधेरा था कमरे का सारा सामान बिखरा हुआ ...