ये पेहचान जिंदगी का सबसे अच्छा और शायद सबसे ज्यादा दिलचस्प अजूबा है। पारंगत वर्माने कभी नहीं सोचा था ...
'ज़ख्म और जहर जितना गेहरा होता है उतना ही जान लेवा भी होता है' ये बात कहानियों के जरिए ...