पंचेबाजा के साथ मैं कर्मघर के प्रांगण में पहुंची। विवाह समाज की एक रस्म है, आज से मैं भी ...
बाहर बारिश हो रही है। बारिश की आवाज अक्सर मुझे परेशान करती है। उसके ऊपर, आधी रात की बारिश ...
मैं एक बंद कमरे में हूं। सामने से बालेसी पर पानी गिरने की आवाज मेरे कानों तक आ रही ...