आज इंटों के मकान में कैद हुआ तो ख्याल आया,क्यों चहकना भूल जाते हैं परिंदे पिंजरे की कैद में!!दोस्तों! ...
एक बार जंगल की सत्ता सियारों के हाथ लग गयी। उन्होंने "हुआ-हुआ" की आवाज़ को ही जंगल की राष्ट्रभाषा ...
एक जंगल में सभी पशु-पक्षी बड़े प्रेम से रहते थे। सभी खुश थे और एक दूसरे के दुःख दर्द ...
मैं मग़रिब की नमाज़ पढ़ के बैठा ही था कि शर्मा जी का फोन आ गया। शर्मा जी हमारे ...