Sonali Rawat ની વાર્તાઓ

प्रेम की चाय

by Sonali Rawat
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डाइनिंग रुम साफ करते करते श्रीमती जी ने एक बार और आवाज लगाई। “चाय मिलेगी?” “बस आया रेणु!” “क्या ...

मानव भेड़ियाँ और रोहिणी - 1

by Sonali Rawat
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अब मुझे ठीक से तो याद नहीं कि बात कितनी पुरानी हैं, पर जो कुछ हुआ वो एक एक ...

सुनसान रात - 8

by Sonali Rawat
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हरीश बोलता ही जा रहा था- कितनी मुश्किलों से तुम्हें ढूंढा है तुम्हारा किसी का फोन भी नहीं लग ...

सुनसान रात - 7

by Sonali Rawat
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कहते हैं की वह खण्डहर हो चुका गांव, कब्रिस्तान और चुड़ैल का साया अभी भी बैंगलोर मैसूर हाईवे पर ...

सुनसान रात - 6

by Sonali Rawat
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वो थोड़ा और आगे बढ़ी, धीरे धीरे अपने डर को खुद में समेटते हुए, उसने कांपते होंठों से आवाज़ ...

सुनसान रात - 5

by Sonali Rawat
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हरीश बोला – एक साथ इतने प्रश्न, सबका जवाब देता हूं।जब भी खाना खत्म होता तो उसके परिवार का ...

सुनसान रात - 4

by Sonali Rawat
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ये पुरुषों को सुंदर महिला बनकर लुभाती हैं और उनका खून चूसकर अपनी उम्र को बढ़ाती हैंइतने में गुल्लू ...

सुनसान रात - 3

by Sonali Rawat
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ऐसे ही चलते चलते हम काफी दूर आ चुके थे, लगभग 4, 5 किलोमीटर धक्का लगाने के बाद हम ...

सुनसान रात - 2

by Sonali Rawat
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मैंने कहा देख ले भाई, कोई नहींं जा रहा है वहाँ से, कही कोई मुसीबत ना आ जाये,गुल्लू हंसने ...

सुनसान रात - 1

by Sonali Rawat
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चुड़ैल ? चुड़ैल क्या होती हैं ? बता सकता है तुम में से कोई क्या होती है यह चुड़ैल ...