सिद्धार्थ रंजन श्रीवास्तव ની વાર્તાઓ

बारिश, चाय और तुम - भाग 4

by Shiddharth Srivastava
  • 3.5k

"मथुरा, मैं मथुरा में रहता हूँ। कल रात की ट्रेन है मेरी।" आकर्ष ने जवाब दिया "मथुरा? अरे वाह। ...

बारिश, चाय और तुम - भाग 3

by Shiddharth Srivastava
  • 3.5k

"आपके हाथ में ये जो फोल्डर है उस पर आप का नाम लिखा है और फोल्डर देख के कोई ...

बारिश, चाय और तुम - भाग 2

by Shiddharth Srivastava
  • 4.1k

आकर्ष बाहर आ कर देखता है बादल बहुत घने हो चुके होते हैं और हवा भी काफ़ी तेज़ चल ...

बारिश, चाय और तुम - भाग 1

by Shiddharth Srivastava
  • 6.1k

"अरे यार अब ये चीनी का डिब्बा कहाँ रखा है? नीलू ने जाने कहाँ रखा है? फ़ोन मिला कर ...

नागमणि का अद्भुत रहस्य - अंतिम भाग

by Shiddharth Srivastava
  • 3.3k

रंजीत की आँखे एक दम से बड़ी हो गयी, उसने देखा जंगल की तरफ से जलाशय तक बहुत से ...

नागमणि का अद्भुत रहस्य (भाग - 5)

by Shiddharth Srivastava
  • 3.2k

रंजीत बस उस घने जंगल में बेतहाशा भाग रहा था और नाग उसका पीछा छोड़ने को बिलकुल तैयार नहीं ...

नागमणि का अद्भुत रहस्य (भाग - 4)

by Shiddharth Srivastava
  • 10.9k

रंजीत की यह सोच बिलकुल सही थी की उसने दुश्मनों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है, लेकिन उसके ...

नागमणि का अद्भुत रहस्य (भाग - 3)

by Shiddharth Srivastava
  • 10.8k

हिरवा और कोलवा ने बताया की इस जंगल में कई लोगों ने नागमणि देखें जाने का दावा किया है ...

नागमणि का अद्भुत रहस्य (भाग - 2)

by Shiddharth Srivastava
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कुछ ही सेकंड मे रंजीत की आँखों के सामने अंधेरा छा गया और वो अपने होशो हवाश खो चूका ...

नागमणि का अद्भुत रहस्य (भाग - 1)

by Shiddharth Srivastava
  • 19.8k

"सहारा अपने देश का, आज ख़ुद बेसहारा हूँ, दोष किसे अब दू इसका, अपने लालच का मारा हूँ।। ...