भइया ने माँ के पैर छुए तो माँ स्नेह विगलित स्वर में बोलीं अच्छे रहो, सुखी ...
आज एक संस्मरण सुनाना चाहती हूँ । वैसे मैं उसे कहानी मे ढाल सकती थी लेकिन उसकी आत्मा यदि ...
लघुकथाये जो सिर्फ आपके दो मिनट लेंगी लेकिन असर दो दिन करेगीं।
इसमे छोटी छोटी लघुकथाये हैं।
देखन मे छोटे लगें घाव करें गम्भीर।
यह एक संस्मरण है आशा है आप सबको पसन्द आयेगा।
आज के समय में समय की बहुत कमी है इसलिये मैने भावाभिव्यक्ति के लिये लघुकथाओ का माध्यम चुना है।इन ...