Ratna Pandey ની વાર્તાઓ

सोने के कंगन - भाग - १० (अंतिम भाग)

by Ratna Pandey
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अब तक रजत के मॉम डैड घर आ चुके थे और यह सारिका और रजत को नहीं पता था। ...

सोने के कंगन - भाग - ९

by Ratna Pandey
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सारिका के मुँह से सोने के कंगन की बात सुनकर रजत स्तब्ध था। उन शब्दों ने रजत को सोचने ...

सोने के कंगन - भाग - ८

by Ratna Pandey
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आज सारिका को अपने परिवार की डूबती हुई कश्ती के ऊपर सजी-धजी गहनों का वज़न उठा कर बैठी हुई ...

सोने के कंगन - भाग - ७

by Ratna Pandey
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एक दिन सारिका रजत के साथ घूमने जा रही थी। वे दोनों तैयार होकर जैसे ही नीचे आए सारिका ...

सोने के कंगन - भाग - ६

by Ratna Pandey
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विवाहोपरांत सारिका अपनी ससुराल पहुँच गई। बहुत ही धूम धाम से उसका गृह प्रवेश किया गया। अपना इतना भव्य ...

सोने के कंगन - भाग - ५

by Ratna Pandey
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सारिका और उसका पूरा परिवार आज रजत के घर मिलने आया था। घर के बाहर टैक्सी से उतरते ही ...

सोने के कंगन - भाग - ४

by Ratna Pandey
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सारिका का रिश्ता पक्का होने से इस समय घर में ख़ुशी का माहौल था, सब बेहद खुश थे। सोनम ...

सोने के कंगन - भाग - ३

by Ratna Pandey
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धीरे-धीरे वक़्त गुजरता रहा लेकिन कंगन वापस लाने का इंतज़ाम ना हो पाया। आर्थिक परिस्थिति के कारण उस कंगन ...

सोने के कंगन - भाग - २

by Ratna Pandey
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कुशल बड़े ही भारी मन से अपनी माँ के सोने के कंगन लेकर साहूकार के पास पहुँचा। साहूकार को ...

सोने के कंगन - भाग - १

by Ratna Pandey
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रात के लगभग बारह बज रहे थे कि तभी कुशल को उसकी पत्नी अनामिका के कराहने की आवाज़ सुनाई ...