हत्यारा प्रियदर्शन वह जिस तरह हांफ रहा था, उससे लग रहा था कि वह बड़ी लंबी दौड़ लगाकर आया ...
सड़क पर औरतें प्रियदर्शन उसे वहां से नहीं मुड़ना था। घर अगले मोड़ पर था। लेकिन वह मुड़ गई। ...
शेफाली चली गई प्रियदर्शन `हलो, मैं शेफाली।` आवाज़ की खनक जानी-पहचानी थी। मिलने का समय भी तय था। मिलने ...
बुलडोज़र प्रियदर्शन कहानी तब शुरू हुई जब सिर्फ सात महीने पहले ली गई गाड़ी ख़राब हो गई। इंजन बिल्कुल ...
बुखार प्रियदर्शन वह बाईस मार्च का दिन था। प्रधानमंत्री के आह्वान पर वह अपनी बालकनी पर खड़े होकर एक ...
बारिश, धुआं और दोस्त प्रियदर्शन वह कांप रही है। बारिश की बूंदें उसके छोटे से ललाट पर चमक रही ...
घर चले गंगाजी? प्रियदर्शन गंगा जी बेहद मामूली आदमी हैं- इतने मामूली कि उनकी कहानी नहीं बन सकती। इसके ...
गुलाबी बिंदु प्रियदर्शन गाजियाबाद को दिल्ली से जोड़ने वाली और एनएच-24 से जुड़ने वाली वह सड़क सन्नाटे में डूबी ...
उठते क्यों नहीं कासिम भाई? प्रियदर्शन मुर्गे की तेज़ बांग से अकचका कर उठे कासिम भाई। कमबख़्त इस महानगर ...
इस शहर में मनोहर प्रियदर्शन फणीश्वरनाथ रेणु का हीरामन अब गांव में नहीं रहता, शहर चला आया है। बैलगाड़ी ...