49=== अचानक आशी टेबल से उठ खड़ी हुई| “पापा ! आज मैं कुछ देर में आऊँगी| आप लोग चलिए---”आशी ...
48=== “क्या बात है आशी? ”मनु भी दरवाज़े से हटकर अंदर आ गया| “इतना घबरा क्यों रहे हो? डरते ...
मनुष्य का स्वभाव है कि वह सोचता बहुत है। सोचना गलत नहीं है लेकिन जब चिंतन चिंता में बदल ...
47==== अगले दिन का सुबह का वातावरण हमेशा की तरह था। चुप्पी से भरा!हाँ, एक बदलाव हुआ था कि ...
46=== आशिमा और अनिकेत के आने से घर में एक खुशी और उत्साह का वातावरण बन गया था| आज ...
=================== सभी पाठक मित्रों को सस्नेह नमस्कार कभी कभी हम व्यर्थ की बहस में पड़कर अपनी मानसिक व शारीरिक ...
45==== दो/तीन दिन यूँ ही चुप्पी से भरे हुए बीते| सारा वातावरण खामोशी से भर गया था| सभी के ...
44=== माधो, आशिमा, रेशमा कमरे में एक ओर चुपचाप खड़े थे| दोनों लड़कियाँ दीना अंकल को इस प्रकार फूट-फूटकर ...
43==== दीना जी उस समय किसी ईवेंट मैनेजर से बात कर रहे थे| बच्चों के आते ही उन्होंने उनसे ...
42=== अनिकेत के माता-पिता को आशिमा बहुत पसंद आई | वह एक समझदार, विवेकशील, शिक्षित लड़की थी जो अपने ...