Pragati Gupta ની વાર્તાઓ

जु़र्म - 3 - अंतिम भाग

by Pragati Gupta
  • 8.1k

3. अपरा अपनी बेटी के लाड़ में खोई-खोई, कॉलेज के समय में पहुंच गई| उसने अपना हाथ अनुष्का के ...

जु़र्म - 2

by Pragati Gupta
  • 9.5k

2. मां की लगातार आवाज़ें जब व्यस्त अनुष्का तक पहुंची, वो घबराकर दौड़ती हुई अपरा के कमरे में पहुंच ...

जु़र्म - 1

by Pragati Gupta
  • 11.9k

1 ------ बरसों से बिजली की चमक और बादलों की गड़गड़ाहट संग होती, तेज बारिश अपरा के लिए दहशत ...

भेद - 10 - अंतिम भाग

by Pragati Gupta
  • (4.6/5)
  • 10.1k

10. “सृष्टि! उस समय आज के जैसे मोबाईल नहीं हुआ करते थे| घरों में एक लेंड-लाइन फ़ोन होता था| ...

भेद - 9

by Pragati Gupta
  • (4.6/5)
  • 9k

9. सृष्टि के ग्रेजुएशन फाइनल ईयर के इम्तिहान होने के बाद जैसे ही रिजल्ट आया सभी ने घर पर ...

भेद - 8

by Pragati Gupta
  • (4.7/5)
  • 8.6k

8. समय के साथ कुछ और दिन यूं ही गुज़र गए| सृष्टि ने दादी के साथ हुए वार्तालाप को ...

भेद - 7

by Pragati Gupta
  • (4.6/5)
  • 9.7k

7. खाना खा पीकर दादी-पोती अपने-अपने बिस्तर में घुसी ही थी कि दादी ने अपनी बात शुरू की.... "जब ...

भेद - 6

by Pragati Gupta
  • (4.7/5)
  • 8.6k

6. तेरे दादा जी ज़िद थी कि सभी बच्चों को ख़ूब पढ़ाकर समर्थ बनाना है| उन्होंने घर में पढ़ाई ...

भेद - 5

by Pragati Gupta
  • (4.5/5)
  • 7.9k

5. शायद यही वज़ह थी जब दादाजी ने दूसरी स्त्री के साथ नाता जोड़ा, तो उनको यह बात बहुत ...

भेद - 4

by Pragati Gupta
  • (4.4/5)
  • 9.8k

4. दादी के मुंह से मम्मी की तारीफ़ सुनकर सृष्टि को कुछ और नया सोचने को मिला। दादी कभी ...