padma sharma ની વાર્તાઓ

साजिश - 5

by padma sharma
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साजिश 5 चौथे-पाँचवें मकान का पता करने पर ज्ञात हुआ कि उसमें डेविड अंकल रहते ...

साजिश - 4

by padma sharma
  • 6.2k

साजिश 4 घर जाकर दोनों ने मम्मी पापा को तो चुटकियों में पटा लिया और जल्दी ही ...

साजिश - 3

by padma sharma
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साजिश 3 विशाल सैल वाली घड़ी बाँधे था जिसमें टॉर्च भी फिट थी। उसने टॉर्च ...

साजिश - 2

by padma sharma
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साजिश 2 थोड़ी देर बाद सीटी बजाते हुए विशाल आया और फिर नितिन के कन्धे ...

साजिश - 1

by padma sharma
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साजिश 1 नितिन पसीना पसीना होते हुए नींद से जाग गया। बहुत डरावना सपना था, लग रहा ...

सौतेला

by padma sharma
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सौतेला बगीचे में बैठा अनुराग विचारों में खोया हुआ था । पास ही बस्ता रखा हुआ था, रखा हुआ ...

सोहबत

by padma sharma
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सोहबत पिताजी की आवाज नीरवता को भंग करती चली गई। वे जोर से चिल्ला रहे थे-"क्या कहा, तू आगे ...

जुर्रत

by padma sharma
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जुर्रत कोठी कैम्पस का सन्नाटा बच्चों के शोरगुल से टूट गया। सारे बच्चे मजे करने के लिए कोठी की ...

तहजीब

by padma sharma
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तहजीब शहर के प्रसिद्ध सिनेमा हॉल के सामने भीड़ जमा थी। सम्पूर्ण देशवासियों के प्रतीक के रूप में हर ...

जीवन का मूलमंत्र

by padma sharma
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जीवन का मूलमंत्र "ट्यूशन की फीस तो इतनी लेते हैं लेकिन स्कूल की तरह यहाँ भी न तो पूरा ...