Mukteshwar Prasad Singh ની વાર્તાઓ

होली उमंग

by Mukteshwar Prasad Singh
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1 होली के रंग गुलाल ------------------ होली है डाल,लाल रंग वो गुलाल, लाज शरम आज कहाँ, ना कोई सवाल। ...

अद्भूत है सूर्य उपासना का पर्व छठ एवं पूजन सामग्रियां

by Mukteshwar Prasad Singh
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छठ पर्व-8से11 नवम्बर 2021 पर विशेष आलेख -----------------------------------------------------हिंदुओं का महापर्व ‘छठ’ वर्ष में दो बार नेम निष्ठा और धार्मिक ...

कोरोना काल में कविता से अलख जगाते मुक्तेश्वर - 2

by Mukteshwar Prasad Singh
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(1) कोरोना काल में बाजार ...

मुरगा वाटरफाॅल टू मुरगा महादेव टेम्पुल

by Mukteshwar Prasad Singh
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ओड़िसा राज्य के क्योंझर जिलान्तर्गत 'नुआमंडी आयरन ओर्स माइन प्रक्षेत्र’ में ’’मुरगा हिल्स’’ और उस पर उगे हरे-भरे जंगलों ...

कोरोना काल में कविता से अलख जगाते मुक्तेश्वर

by Mukteshwar Prasad Singh
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कोरोना महामारी में कविताओं से अलख जगाते-मुक्तेश्वर ​---------------------------------बिहार में 13 मार्च को वैश्विक कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए ...

ज़िन्दगी गले लगा ले तू

by Mukteshwar Prasad Singh
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जिन्दगी गले लगा ले तूख़ामोशी के आग़ोश में समाती दुनियाँ कहीं माँ -बाप तो कहीं कराहती मुनियांराष्ट्रीय नहीं अन्तर्राष्ट्रीय ...

अल्हड़

by Mukteshwar Prasad Singh
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तेज छिटकती बिजलीबादलों की गडगडाहटहवा के झूले पर डोलतीवारिस की बूंदें आ बैठती हैचेहरे पर।जलकणों से भीगता रोम रोम ...

इन्कार

by Mukteshwar Prasad Singh
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इन्कार​आज राजा देवकीनन्दन एण्ड डायमंड जुबली महाविद्यालय ,मुंगेर के कैम्पस में नयी चहल-पहल थी। ऐसी चहल पहल प्रायः प्रतिवर्ष ...

मेरा गाँव मेरा देश

by Mukteshwar Prasad Singh
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मेरा गाँव मेरा देश​नैनसी कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से ’एम फील’ की परीक्षा उत्तीर्ण कर गयी। उसका शोध का विषय था ...

अतीत

by Mukteshwar Prasad Singh
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अतीतलगभग एक घंटा से स्थापना समिति की बैठक समाहर्ता कक्ष में चल रही थी।ज़िला के आला अधिकारी इसमें शामिल ...