Lajpat Rai Garg ની વાર્તાઓ

अनूठी पहल - 25 - अंतिम भाग

by Lajpat Rai Garg
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- 25 - अभी तक ‘देहदान महादान संस्था (रजि.), दिल्ली’ की ओर से पत्र आया था, जिसमें सूचना दी ...

अनूठी पहल - 24

by Lajpat Rai Garg
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- 24 - सब कुछ वैसा ही था, जैसा प्रतिदिन होता था। आकाश साफ़ था। सूर्य-देवता अपने कर्त्तव्य-पथ पर ...

अनूठी पहल - 23

by Lajpat Rai Garg
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- 23 - प्रवीण पाँच-छह साल का था। एक साल से स्कूल जाने लगा था। स्कूल में बच्चों के ...

अनूठी पहल - 22

by Lajpat Rai Garg
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- 22 - विवाह के बाद प्रीति दीपक के साथ खेत में बने घर में रहने लगी। दीपक और ...

अनूठी पहल - 21

by Lajpat Rai Garg
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- 21 - विद्या और प्रफुल्ल हनीमून के लिए नैनीताल गए। पहाड़ों से घिरी घाटी में शहर के बीचोंबीच ...

अनूठी पहल - 20

by Lajpat Rai Garg
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- 20 - विद्या की एम.ए. (प्रथम वर्ष) की परीक्षा आरम्भ होने वाली थी कि हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन ...

अनूठी पहल - 19

by Lajpat Rai Garg
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- 19 - बी.ए. (अंतिम वर्ष) का परिणाम पार्वती के तेरहवाँ से एक दिन पहले आने के कारण विद्या ...

अनूठी पहल - 18

by Lajpat Rai Garg
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- 18 - पार्वती का मृत-शरीर अस्पताल पहुँचाने के दूसरे दिन से घर में गरुड़ पुराण की कथा का ...

अनूठी पहल - 17

by Lajpat Rai Garg
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- 17 - दीपक के विवाह के बाद पार्वती ढीली रहने लगी। एक दिन दुकान पर जाने से पहले ...

अनूठी पहल - 16

by Lajpat Rai Garg
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- 16 - दीपक जब घर आया तो सभी को बड़ी ख़ुशी हुई। सुशीला और कृष्णा ने कई तरह ...