रिक्तता लिफ्ट से निकल कर आर्यन कार पार्किंग की तरफ मुड़ा ही था कि गुलाबी रंग की साड़ी में ...
बर्फ के अंगारे खून को जला देने वाली जून की तपती दुपहरी। लोगों के शरीर से पसीना चूह रहा ...
नया सबेरा हाॅस्पिटल के आपातकालीन कक्ष में प्रवेश करते ही स्नेहा ने वहां मौजूद नर्स को अपना परिचय देते ...
टूटते भ्रम मैं सुबह को उस गली से गुजरता, तो वह अपनी छत पर या छत पे बने कमरे ...
कम्मो डार्लिंग ‘‘नीतेश !...’’ चिर-परिचित आवाज को सुनकर नीतेश के कदम जहां-के-तहां स्थिर हो गये। पीछे घूमकर देखा, तो ...
कतरा भर ज़िन्दगी आईटी मास्टर माइंड के नाम से जाना जाने वाला अविनाश इनफाॅरमेशन टेक्नाॅलोजी की हर सीढ़ी पर ...
कंचन दी ’’डायरी....? यह किसकी डायरी है और मेरी किताबों में कहाँ से आई ?’’ उस अनजानी डायरी को ...
मृत संवेदनाएं गुडविन मसीह दो नौकरों के साथ हरीश ने अपनी दादी जी का रूम खोला और नौकरों को ...
पापा मैं तारा बन गयी गुडविन मसीह आधी रात गुजर चुकी थी। आर्यन को नींद नहीं आ रही थी। ...
किराए का कांधा गुडविन मसीह स्वाति, जब तक तुम्हें मेरा पत्र मिलेगा, हो सकता है, तब तक मैं इस ...