Sahnila Firdosh ની વાર્તાઓ

बेखबर इश्क! - भाग 11

by Sahnila Firdosh
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"आप उसे जानते है".....भव्या ने उस लड़की(कनिषा) को देख,इशांक के तेजी से बदलते भाव को भांपते हुए पूछा!"चलो अंदर ...

बेखबर इश्क! - भाग 10

by Sahnila Firdosh
  • 1.2k

इधर कार का पीछा करती कनिषा ने देखा की तूफान की वजह से सड़क पर एक जगह पेड़ गिरा ...

बेखबर इश्क! - भाग 9

by Sahnila Firdosh
  • 1.2k

कनिषा से दूर जाते हुए संस्कार ने अपने दोनो हाथो को जेब में भरा और कंधे को उचका लिया,उसके ...

बेखबर इश्क! - भाग 8

by Sahnila Firdosh
  • 1.2k

नोट पर लिखे कनिषा का नोट पढ़ते हुए के इशांक हाव भाव बदल गए,गुस्से से उसने उसके नोट को ...

बेखबर इश्क! - भाग 7

by Sahnila Firdosh
  • 1.4k

कहते हुए इशांक ने गुस्से से अपने दांत पीसे और कनिषा के होंठो से अलग उसके गले पर अपनी ...

बेखबर इश्क! - भाग 6

by Sahnila Firdosh
  • 1.6k

ये पूर्णिमा की रात थी,चांद अपनी चांदनी को हर तरफ बिखेरे हुए थी,और हड्डी तक को कपकपा देने वाली ...

बेखबर इश्क! - भाग 5

by Sahnila Firdosh
  • 1.6k

"मैं आपके लायक नही हूं,मुझे लगता है....आप मेरे लायक नही है,जरूरत के हिसाब से लुढ़कने वाले बिना पेंदी के ...

बेखबर इश्क! - भाग 4

by Sahnila Firdosh
  • 2.4k

एक दुल्हन के लिबास में कनिषा ना तो अपने हॉस्टल जा सकती थी,और ना ही अपने किसी दोस्त के ...

बेखबर इश्क! - भाग 3

by Sahnila Firdosh
  • 1.9k

कनिषा को यूं ही रोता छोड़ कर,इशांक अपने कमरे में लौट गया,उसके बॉडीगार्ड भी अब तक बाहर चले गए ...

बेखबर इश्क! - भाग 2

by Sahnila Firdosh
  • 2k

कुछ ही समय में उन दोनो की शादी के रश्मों को खत्म कर दिया गया,,और जैसा की इशांक को ...