# डिजिटल साया**विजय शर्मा एर्री द्वारा रचित**### भाग एक: नई दुनियाराज वर्मा ने अपने लैपटॉप की स्क्रीन पर चमकते ...
---शीर्षक: “तोते की गवाही”️ लेखक – विजय शर्मा एरी---भाग 1 – हवेली का सन्नाटाशाम के छह बज रहे थे। ...
शीर्षक: “कालसर्प का श्राप”️ लेखक – विजय शर्मा एरी---रात के ग्यारह बजे थे। पहाड़ों के बीच बसा छोटा-सा गाँव ...
# अदृश्य आदमी### लेखक: विजय शर्मा एरीरमेश का जीवन एक साधारण मध्यमवर्गीय परिवार की तरह था। सुबह उठना, ऑफिस ...
--- सपनों का सौदा(लेखक – विजय शर्मा एरी)रात का सन्नाटा पूरे शहर पर छाया हुआ था। घड़ी ने बारह ...
एक और चिरागलेखक: विजय शर्मा एरी(यह एक आधुनिक कहानी है, जो शहरी जीवन, तकनीक और मानवीय संबंधों की जटिलताओं ...
परियों का देशलेखक: विजय शर्मा एरी(यह एक काल्पनिक परी कथा है, जो परियों के रहस्यमयी संसार को केंद्र में ...
बचपन के खेल: आंसुओं की गलियांविजय शर्मा एरी(शब्द संख्या: लगभग १५००)सूरज की पहली किरण जब गांव की मिट्टी को ...
बेदर्द पियालेखक: विजय शर्मा एरी(यह एक काल्पनिक कहानी है, जो प्रेम, विश्वासघात और मानवीय कमजोरियों पर आधारित है। शब्द ...
गाँव की बेटी: एक सुन्दर सपनालेखक: विजय शर्मा एरी(शब्द संख्या: लगभग १५००)गाँव की धूल भरी सड़कें, जहाँ हर कदम ...