After few days, today was a holiday for me. Holiday means getting up a little late, reading a favourite ...
आज घंटों आईने के सामने खड़े होकर खुद को निहारती रही । थोड़ी देर बाद सुनी आंखों में ...
शाम को छत पर टहलना बेहद पसंद था मुझे । रोज सुबह एवं शाम को हाज़िरी लगाने मैं ...
अपनी एक मीटिंग खत्म करने के बाद मैं होटल वापस जाने से अच्छा एक रेस्टोरेंट मे जाना चाहती थी ...
लगभग 3 से 4 महीने पहले ही मेरे मन में इस वर्ष उत्तराखंड जाने का विचार आया था वैसे ...
March 2018 ...
हरिवंश राय बच्चन की कविता पढ़ते-पढ़ते एक कहानी याद आई ; वही बचपन वाली "खरगोश और कछुआ" की ...
बचपन की एक धुंधली सी तस्वीर नजर आयी और इस तस्वीर के साथ कुछ गमगीन करने वाली यादें भी ...