आनन्द और जया मिलने वाले थे, आनंद सुबह से बेचैन अधीर सा यहां वहां घूम रहा था,पता नही क्यों ...
उदास हूं पर इस क़दर नही,, की तेरी खुशी भी न देख सकू,,, मैं वहां भी चुप रहती हूं,, जहां मेरे अपनो ...