"सास की भृकुटी है भाभीजी........ ....जो तनी नहीं तो उसका होना अकारथ हो जाता है .... आप काहे माथा ...
********** सर से ...
रावण के जाने का आभास होते ही सीता की आँखों से अश्रुधारा प्रवाहित होने लगी। अभी तक जिस संयम ...