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हुआंग चाउ की बेटी - उपन्यास
Sax Rohmer
द्वारा
हिंदी लघुकथा
पब्लिक हाउस के एक सलून बार में, जो चाइनाटाउन की आधिकारिक सीमा से कुछ ही दूरी पर स्थित था, एक कोने में एक छोटे से टेबल पर दो लोग बैठे थे और गंभीर चर्चा में व्यस्त थे। दोनों में कड़ा विरोधाभास था। एक गैंडे के आकार का बदमाश दीखता आदमी था, जो कपड़ों के और शरीर के लिहाज़ से भी गन्दा लग रहा था, कभी रिंग से उसका पाला पड़ चुका था, इसका प्रमाण उसकी टूटी नाक दे रही थी। उसका साथी सजा-संवरा था जो एक सफल ईस्ट एंड वाले यहूदी की निशानी थी वह करीने से शेव किया हुआ था, सामान्य कद काठी का था और तौर- तरीकों से लेकर बोलने में सतर्क था।
पब्लिक हाउस के एक सलून बार में, जो चाइनाटाउन की आधिकारिक सीमा से कुछ ही दूरी पर स्थित था, एक कोने में एक छोटे से टेबल पर दो लोग बैठे थे और गंभीर चर्चा में व्यस्त थे। दोनों में ...और पढ़ेविरोधाभास था। एक गैंडे के आकार का बदमाश दीखता आदमी था, जो कपड़ों के और शरीर के लिहाज़ से भी गन्दा लग रहा था, कभी रिंग से उसका पाला पड़ चुका था, इसका प्रमाण उसकी टूटी नाक दे रही थी। उसका साथी सजा-संवरा था जो एक सफल ईस्ट एंड वाले यहूदी की निशानी थी वह करीने से शेव किया हुआ था, सामान्य कद काठी का था और तौर- तरीकों से लेकर बोलने में सतर्क था।
मुझे इसीकी आशंका थी, चीफ इंस्पेक्टर केरी ने कहा। उसने अपनी टोपी अपने सर पर थोड़ी और ऊपर खिसकाई और मुर्दाघर के स्लैब पर रखी वीभत्स लाश का मुआइना किया। अन्य दो पुलिस अधिकारी - एक वर्दी में ...और पढ़ेभी वहां मौजूद थे और उन्होंने सम्मान से जाने-माने चीफ इंस्पेक्टर को देखा जो उसने न सिर्फ अर्जित किया था पर हमेशा अपने कनिष्ठों से जिसकी उसे मांग रहती थी।
न्यूयॉर्क की कॉलोनी के विपरीत लाइमहाउस में देखने जैसी जगहें नहीं थीं। आगंतुक को यहाँ कुछ और नहीं बस संकरी गलियां और अंधियारे गलियारे दीखते थे। सरसरी तौर पर देखने वाला यहाँ से यह मानकर लौटता था कि किसी ...और पढ़ेजगह का रोमांस सिर्फ कथा लेखक की कल्पना में ही बसता है। इसके बावजूद यहाँ एक गुप्त हिस्सा था, उतना ही गुप्त और अजीब, भले ही छोटा सा, पर चीन में अपने अभिभावक जैसा जो पर्पल फोर्बिडन सिटी कहलाता था।
डिटेक्टिव जॉन डरहम की लाइमहाउस जांच के प्रभारी अधिकारी चीफ इंस्पेक्टर को दी गयी निजी रिपोर्ट
डिअर चीफ इंस्पेक्टर, आपके निर्देशों का पालन करते हुए मैं वापस लौटा और कैदी पोलैंड से उसके कक्ष में पूछताछ की। मैंने आपकी सुझाई ...और पढ़ेपकड़ते हुए उसे समझाया कि चुप रहकर उसे हासिल कुछ नहीं होगा बल्कि उसका बहुत नुक्सान ही होगा।
नहीं, लाला हुआंग ने कहा। मुझे लन्दन पसंद नहीं है, लन्दन का यह हिस्सा तो बिलकुल नहीं।
तुम कहाँ होना पसंद करोगी? डरहम ने पूछा। चीन में?
धुंधलके ने लाइमहाउस पर एक पर्दा सा ...और पढ़ेदिया था, और वेस्ट इंडिया डॉक रोड पर दोनों जब धीरे-धीरे चल रहे थे, डिटेक्टिव को लग रहा था कि दृश्य में थोडा ग्लैमर प्रवेश कर गया है।